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Wednesday, November 10, 2010

aakhir sangharsh hai kya

आखिर संघर्ष है क्या???
जीवन को सुखमय बनाने का जज्बा
या फिर किसी से आगे निकलने होड़

कई बार सुना संघर्ष ही तो ज़िन्दगी है
पर आखिर संघर्ष है क्या
अपने परिवार का पेट भरने के लिए
अपने रक्त को पसीने की तरह बहाना
या फिर अपने मातृभूमि की रक्षा के लिए
अपने जीवन को कुर्बान कर जाना

ज़िन्दगी तो चार दिनों की है
पांचवे दिन मौत आएगी
ये सोच कर आंसू बहाना
या फिर इन्ही चार दिनों
ओ प्रकाशमय बनाने में
अपने जीवन को बिताना
आखिर संघर्ष है क्या???

ह्रदय बार बार हुँकार भरता है
भूखे बछो को जूठा  खाते देख
तब ये दिल पुकार उठता है क्या यही संघर्ष है
अपने जीवन को बिताने का

आप ही आप में लड़ते है आप
क्या तोर दू सामाजिक बन्धनों को
क्या तोर दू सामजिक कुरीतियों के बन्धनों को
 जो हमारे समाज के लिए अभिशाप बन गयी है
क्या तब भी आप नही सोचते की
क्या यही संघर्ष है????????

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